Rose Day Story : गुलाब दिवस की एक यादगार कहानी: जब प्यार और जीवन ने मुझे नई राह दिखाई


यह कहानी है मेरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दिनों की। उस समय मैं E&TC ब्रांच में था, और मेरी जिंदगी में एक लड़की आई, जिसका नाम था जानवी। जानवी मेरी ही ब्रांच की थी, और वह न केवल पढ़ाई में बहुत अच्छी थी, बल्कि उसका व्यक्तित्व भी बहुत आकर्षक था। वह हमेशा मुस्कुराती रहती थी, और उसकी यह मुस्कान धीरे-धीरे मेरे दिल में उतर गई।

शुरुआत में हम दोस्त बने। कॉलेज की लाइब्रेरी में साथ पढ़ना, कैंटीन में चाय पीते हुए बातें करना, और प्रोजेक्ट्स पर साथ काम करना हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया। धीरे-धीरे, मैंने महसूस किया कि जानवी के बिना मेरा दिन अधूरा सा लगता है। वह मेरे लिए सिर्फ एक दोस्त नहीं रह गई थी, बल्कि मेरी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुकी थी।

एक दिन, गुलाब दिवस के मौके पर, मैंने हिम्मत जुटाई और उसे एक लाल गुलाब दिया। वह मुस्कुराई और उसने वह गुलाब ले लिया। उस दिन के बाद, हमारे रिश्ते में एक नया मोड़ आया। हमने एक-दूसरे के लिए अपनी भावनाओं को स्वीकार किया, और यहीं से हमारे प्यार की नई यात्रा शुरू हुई।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म होने के बाद, हम अलग-अलग शहरों में चले गए। दूरी और जिम्मेदारियों के कारण हमारा संपर्क कम होता गया। समय बीतता गया, और 2024 में एक दिन अचानक मैं जानवी से मिला। वह अब शादीशुदा थी, और उसके बच्चे भी थे। उसे खुश देखकर मेरा दिल टूट गया, लेकिन मैंने अपने आप को संभाला।

उस दिन मैंने सीखा कि जिंदगी हमेशा वैसी नहीं होती, जैसी हम चाहते हैं। कभी-कभी हमें अपने प्यार को खोकर भी आगे बढ़ना पड़ता है। जानवी ने मुझे यह सिखाया कि प्यार सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह एक अनुभव है जो हमें जीवन की नई दिशा देता है।

आज, गुलाब दिवस के इस खास मौके पर, मैं उन सभी को यह संदेश देना चाहता हूं कि प्यार हमेशा खुशियां ही नहीं देता, कभी-कभी यह दर्द भी देता है। लेकिन इस दर्द से हमें सीख मिलती है, और यही सीख हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।

जानवी, तुम्हारे बिना मेरी जिंदगी अधूरी है, लेकिन तुम्हारी खुशी देखकर मुझे संतोष मिलता है। आज मैंने अपने आप को संभाल लिया है, और जीवन में आगे बढ़ रहा हूं। यही है प्यार की सच्ची परिभाषा।



 

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